ज्योतिष शास्त्र को परिचय

त्रिस्कन्धं ज्योतिषं शास्त्रम् चतुर्लक्ष मुदाहृतम्॥

ज्योतिष शास्त्र को वास्तविक नाम ज्योतिर्विज्ञान हो। ज्योतिष विज्ञान को अर्थ हो ' ' ज्योति को अध्ययन गर्ने विज्ञान' ' (Astrology is a science of study of light). ज्योतिष भगवान वेदपुरूष को आँखा हो। ज्योतिष शास्त्र ले आकाश मा ज्योति प्रकाश ले युक्त भयेका भ्रमण गरेका ज्योतिर्मय सूर्य, चन्द्रमा, अरु सबै सौर मण्डल क़ा ग्रह हरु (Planets of Solar System), उपग्रह हरु (Natural Satellites), नक्षत्र मण्डल क़ा नक्षत्र हरु(Constellations), तारा हरु (Stars), क्षुद्र ग्रह हरु (Asteroids), उल्का पिण्ड,  धूमकेतु(Comets), आकाश गंगा(milky way), प्रकाशमय शिशुमार चक्र(Spiral Galaxy), नीहारिका हरु (Galaxies), अगस्त्य तारा, त्रिशंकु तारामण्डल , सप्तर्षि मण्डल का तारा हरु  र ध्रुव तारा (Pole Star) को स्थिति र प्रभाव को वर्णन गर्छ॥ ज्योतिष शास्त्र मा तीन स्कन्ध र चार लाख श्लोक छन॥ ज्योतिष शास्त्र क़ा तीन स्कन्ध छन:
1. सिद्धान्त( गणित ज्योतिष) ( Mathematical Astronomy)
2. होरा (फलित ज्योतिष) (Astrology)
3. संहिता (मेदिनीय ज्योतिष (Mundane Astrology)

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