सत सृष्टि ताण्डव रचयिता नटराज राज नमो नम:। हे गुरू आद्य शंकर पिता नटराज राज नमो नम:॥ सत सृष्टि ताण्डव रचयिता नटराज राज नमो नम:॥ गम्भीर नाद मृदंगना धबके उरे ब्रह्माण्ड मा। न...
ये तो प्रेम की बात है ऊधो बन्दगी तेरे बस की नहीं है। यहाँ सर दे के होते हैं सौदे, आशिकी इतनी सस्ती नहीं है॥ ये तो प्रेम की बात की बात है ऊधो बन्दगी तेरे बस की नहीं है॥ ये तो प्रे...
दर्शन दो प्रकार के हैं :1. नास्तिक दर्शन 2.आस्तिक दर्शन नास्तिक दर्शन तीन प्रकार के हैं : 1. चार्वाक दर्शन (लोकायत दर्शन) (महर्षि चार्वाक) 2. बौद्ध दर्शन (वैभाषिक, सौत्रांतिक, योगा...
1. प्रज्ञानं ब्रह्म (ऋग्वेद का ऐतरेय उपनिषद् के अध्याय 3 खण्ड 1 मन्त्र 3)----- Consciousness is Brahman) 2. अहम् ब्रह्मास्मि (यजुर्वेद का वृहदारण्यक उपनिषद् के अध्याय 1 ब्राह्मण 4 मन्त्र 10)------ I am brahma 3. तत्त्वमसि (सा...
प्रज्ञा(बुद्धि) दो प्रकार की होती है: 1. व्यवसायात्मिका बुद्धि 2. निश्चयात्मिका बुद्धि(ऋतम्भरा प्रज्ञा) भगवान् श्रीकृष्ण ने श्रीभगवद् गीता के द्वितीय अध्याय सांख्य योग मे...
विद्या दो प्रकार की होती है: 1.अपरा विद्या(Physics) 2. परा विद्या(Meta Physics) बुद्धि(प्रज्ञा) भी दो प्रकार की होती है: 1. व्यवसायात्मिका बुद्धि 2. निश्चयात्मिका बुद्धि(स्थितप्रज्ञ, ऋतम्भरा प्रज्...
प्रकृति दो प्रकार की होती है(There are two types of Nature): 1. अपरा प्रकृति(Nature) 2. प्रधान मूल प्रकृति(Superior Nature) श्रीमद भगवद् गीता और दुर्गा सप्तशती में अपरा प्रकृति और प्रधान मूल प्रकृति का विस्तृत वर्णन है। ...
न जायते म्रियते वा कदाचि- न्नायं भूत्वा भविता वा न भूयः | अजो नित्यः शाश्वतोSयं पुराणो न हन्यते हन्यमाने शरीरे || न – कभी नहीं; जायते – जन्मता है; म्रियते – मरता है; कदाचित् – कभी ...